BAGLAMUKHI SADHNA - AN OVERVIEW

baglamukhi sadhna - An Overview

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श्री विद्या क्या है – क्या लाभ है – श्री विद्या…

In our Indian Historic Sanatan Civilization, Sanskars and wisdom are demanded to rework the human feelings and feelings of mankind and for making our existence proper, pure, effective and to steer mankind.

सतयुग में एक समय भीषण तूफान उठा। इसके परिणामों से चिंतित हो भगवान विष्णु ने तप करने की ठानी। उन्होंने सौराष्ट्र प्रदेश में हरिद्रा नामक सरोवर के किनारे कठोर तप किया। इसी तप के फलस्वरूप सरोवर में से भगवती बगलामुखी का अवतरण हुआ। हरिद्रा यानी हल्दी होता है। अत: मां बगलामुखी के वस्त्र एवं पूजन सामग्री सभी पीले रंग के होते हैं। बगलामुखी मंत्र के जप के लिए भी हल्दी की माला का प्रयोग होता है।

आज्ञा चक्र सम्पूर्ण प्राचीन रहस्य agya chakra

पांचवां उपचार: आचमन (देवी को कुल्ला करने के लिए जल देना; मुख-प्रक्षालन)

Shakthi or Devi is not any unique from the different energies and It really is amalgamation of excellent power that protects and watches all the time...

दिल्ली के कराला में स्थित माँ बगलामुखी साधन पीठ में सर्व मनोकामना पूर्ति व सभी समस्याओं के निदान हेतु हवन, पूजन, प्रयोग, साधना और विशेष विधानों का नियमित आयोजन किया जाता है। आप भी इन आयोजनों का संमलित हो सर्व सुख दायत्री भगवती माँ बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ निम्न बाधाओं का विशेष रूप से समाधान होता हैं।

आचमनी में जल लेकर उसमें चंदन, अक्षत तथा पुष्प डालकर, उसे मूर्ति के हाथ पर चढ़ाएं ।

‘धरुणः पृथिव्याः’ पद पृथिवी तत्त्व की प्रतिष्ठा बताता है-‘प्रतिष्ठा वै धरुणम्’ (शतपथ ब्राह्मण ७-४-२-५)।

अग्निर्वै देवानां मनोता तस्मिन् हि तेषां मनांसि ओतानि !

“Bagla” implies “bridle” or “rein,” although “Mukhi” means “confronted” or “going through.” The name Baglamukhi symbolizes her electrical power to restrain or Regulate destructive forces and enemies.

इंद्रजाल मोहिनी मंत्र

इस प्रकार ‘कृष्ण यजुर्वेद’ के उक्त मन्त्र में आया ‘विष्टम्भः’ पद श्रीबगला विद्या के प्रसिद्ध ‘स्तम्भन’-तत्त्व को बताता है।

दुनिया भर में स्थित मां बगलामुखी के check here ३ मंदिर है । ये मंदिर ही नहीं सिद्ध पीठ भी हैं। यहां आने पर सभी प्रेमियों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मां बगलामुखी मंदिर के में जाने पर कोई भी प्रेमी खाली हाथ नहीं लौटता। मा बगलामुखी का एक प्रसिद्ध मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित है और दूसरा मंदिर मध्य प्रदेश के नलखेड़ा में स्थित है जबकि तीसरा मंदिर भी मध्य प्रदेश के दतिया जिले में स्थित है

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